समय ही बलवान है ....

जब वक़्त ख़राब होता है तब कुछ भी ठीक नहीं रहता, ना इंसान ना काम। समय अपनी गति से ही चलता है और हमें लगता है कि आखिर यह बुरा वक़्त कब जायेगा। बीतते हुए हर पल से इससे हमें सीख लेनी चाहिए कि शायद इससे भी कुछ बुरा हो सकता था, पर हुआ नहीं....जीवन के मूल्य को समझो और यकीन करो कि तुम भी दुनिया के एक महत्वपूर्ण व्यक्ति हो। ऐसा मान लेने से कभी भी कहीं भी कमज़ोर नहीं पड़ोगे। वो कहते है कि... जीवन को केवल जीना ही नहीं, जीने का एक अंदाज़ भी ज़रूरी है। बुरे वक़्त में अक्सर इंसान सबसे ज्यादा तब अकेला हो जाता है, जब वो खुद ही अपना साथ छोड़ देता है। लेकिन हार कर कोई जीत पाया है भला???
मेरा तो ऐसा मानना है की हर किसी का बुरा वक़्त आना चाहिए इससे पता तो चल जाता है कि कौन आपका अपना है और कौन पराया... लेकिन दूसरों के साथ उनके जैसा ही व्यवहार करने से उनमें और हम में क्या फरक रह जायेगाहमें हमेशा दूसरों कि अच्छाइयों और अपनी बुराईयों को देखना चाहिए तभी अपने और दूसरे के बीच का अंतर समझ में आता है

गुज़रता वक़्त बहुत ख़राब है, अपने आपको सम्भाल कर चलो। क्यों किसी से कोई झगड़ा मोल लेना।
मानो तो सभी अपने है। ना मानो तो लाखो कि भीड़ में तुम ही एक अकेले हो।