ज्यादा पैसे का नतीजा; कौन चाचा और काहे का भतीजा..
















क्या ज़माना है? दुनिया में पैसा क्या आया, रिश्तों का नामो निशान मिट गया। क्या रिश्ते क्या नाते...? लोगों को दिखता है तो पैसा, पैसा और बस पैसा.....; बंद मुट्ठी लिये आया था, हाथ पसारे जाना है। पैसा यहीं रह जायेगा, इन रिश्तों को ही ले जाना है। आज के दौर में जीवन में क्या - क्या नहीं देखने को मिल रहा है। वैसे तो मेरी उम्र ज्यादा नहीं है, लेकिन फिर भी अभी तक जो भी देखा समझा है, वो बाकी की ज़िन्दगी को निभाने के लिये काफी है। पैसा है तो, दुनिया आपको पूछेगी और जानेगी, आपके रिश्तों से आपको कोई नहीं जानता, और ना ही जानना चाहता है। अमीर के कुत्ते की भूख सबको दिखती है, लेकिन गरीब का दर्द न किसी को दिखता और न ही कोई उसकी तकलीफ किसी को महसूस होती है। हाय पैसा! हाय पैसा! करती और रंग बदलती इस दुनिया में, अब पैसा कमाऊं... या अपने रिश्तों के प्रति अपना फ़र्ज़ निभाऊं। पैसा कमाने जाती हूँ तो, रिश्ते नहीं निभा सकती और रिश्ते निभाने जाती हूँ तो, पैसा नहीं कमा सकती। अब क्या करूँ? मैं तो सोचती ही रह गई... और लोग रिश्तों को भूल कर पैसे कमाने के लिये आगे बढ़ गये।
और किसी को नहीं तो आज कल इमाजिन टी वी पर आने वाले राहुल दुलहनिया ले जायेगा... रियलिटी शो के मुख्य पात्र राहुल महाजन को ही ले लीजिये। चाचा की चिता अभी ठंडी भी नहीं हुई और ये जनाब चले हैं, दुल्हनिया लेने। फिर चाहे उस शादी में राहुल की दादी शरीक हो या न हो, इससे इन्हें कोई फरक नहीं पड़ता । ऐसा करें भी क्यों नहीं... क्यूंकि, जीतने वाली दुल्हन को इनाम के तौर पर मिलने वाली नकद राशि और हीरे की अंगूठियाँ दहेज़ के रूप में आखिर में अब इन्हें ही तो मिलेंगी ना। शादी का क्या है......जैसे पहले की शादी टूटने का कारण पायल रस्तोगी बनी थी। क्या पता के इस शादी के ना बचाने का कारण शायद कहीं मोनिका बेदी बन न जाएँ ।

खैर मुझे इन सब बातो से क्या लेना... मुझे तो अपने बारे में सोचना है , क्या करे ज़माना सिर्फ अपने बारे में सोचने का ही है। पैसे का क्या है? वो तो.. मैं कभी भी कमा सकती हूँ। लेकिन अगर जो एक बार अपने रिश्ते- नाते खो बैठी तो फिर कभी नहीं कमा पाऊँगी। क्यूंकि मुझे पता है कि ...
चाहे... मैं लाख कमा लूँ हीरे मोती॥
पर रखूंगी कहाँ....?? कफ़न में तो जेब ही नहीं होती।।